माँ के सपनों को पूरा करने में कैसे मदद करें,कितना सुंदर और प्यारा विचार है जो एक बच्चे के रूप में आप अपनी जननी के लिए सोच रहें है।खूबसूरत और नेक ख़यालात से सब कुछ हासिल किया जाया जा सकता है।बस तैयार हो जाइए माँ के सपनों की उड़ान में उनके संग-संग फलक को छूने के लिए साथ देने के लिए।
माँ के सपनों को पूरा कर दिखाते है,आओ कुछ नया कर जाते हैं
(ब्लॉग के अंत में लिखी हुई कविता को जरुर पढ़िए,अच्छा लगेगा)
माँ के सपनों को पूरा करने में कैसे मदद करें,कदम से कदम मिला कर साथ देकर करें
माँ के सपनों को पूरा करने केलिए 45 नायाब उपाय
माँ के सपनों को पूरा कर दिखाते है,आओ कुछ नया कर जाते हैं
1.
महान लोगों के सपनों के बारे में विचार
महात्मा बुद्ध कहते हैं कि आप आज जो हैं वो आपकी सोच का ही परिणाम है।यानी जो हमने अतीत में अपने भविष्य के लिए सोचा उसी से सुख दुख है।इस बात से यह सिद्ध होता है कि सपना देखने,सोचने में,कल्पना करने में कितनी शक्ति होती है क्योंकि यही बात हमारे भविष्य को निर्मित करती हैं।
सपना वो नहीं जो हम नींद में देखते हैं,सपने वो होते हैं जो हमको नींद नहीं आने देते -कलाम
2.
गीता का उपदेश आज भी सर्वसत्य है
गीता का ज्ञान कर्म पर आधारित है और सही भावना से किया गया कर्म हमेशा फलकारी रहता है।आपके कर्म और सुंदर सोच आपके सपनों को पूरा करने में ईश्वरीय वरदान की तरह कार्य करेंगे।आगे बढ़ कर अपना कर्म कीजिए और सपनों को पूरा होते हुए देखिए भी।
3.
सपना देखो माँ
माँ छोटा या बड़ा कोई सपना नहीं होता है क्योंकि कुछ भी हो वह बात आपको प्रेरणा दे रही है कुछ करने के लिए,आगे बढ़ने के लिए।अगर कोई लक्ष्य आप नहीं बनायेंगी तो जो स्थिति कल थी वही आगे भी रहेगी।इसलिए आगे बढ़िए माँ।सपनों को सही रूप देने का समय आ गया है और चाहे जो भी हासिल करने का मन बनाएं रखिए।
ऐतिहासिक घटनाओं को पढ़ कर उत्साह बढ़ाएं
इतिहास में इतने सारे उदहारण हैं जहाँ माँ अपने बच्चों के लिए अनेकों सपने संजोती हैं और बच्चे भी पूरा करने की पूरी कोशिश करते हैं।जैसे अमेरिकी राष्ट्रपिता अब्राहम लिंकन की माँ, नैंसी के संस्कृति और नैतिकता के महत्व को लिंकन ने पूरा करके एक उत्कृष्ट नेता बन कर दिखाया। भारतीय वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम की माँ,अशिया मियां ने शिक्षा की महत्वपूर्णता के बारे में जो सिखाया,उसे उन्होंने भारत के प्रथम राष्ट्रपति के रूप में उच्च पद प्राप्त करके देश के लिए उच्च कोटि का कार्य कर दिखाया।वीर शिवाजी अपनी श्रदेय माँ जीजाबाई के सपनों को साकार करने में सफल रहे।
4.
सपना अच्छा या बुरा नहीं होता
माँ मैंने महसूस किया कि माँ अपने सपनों के बारें में बात करने में असहज हो जाती है कि सब क्या कहेंगे।आप एक सुंदर सी बड़ी रसोई बनाना चाहती हैं जिसे बहुत क़रीने से सजा कर,कुछ गुनगुनाते हुए नये व्यंजन बनाना चाहती हैं।इसमें ग़लत क्या है ? कुछ भी नहीं।थोड़ा घर को रेनोवेट करा कर यह कभी भी हो सकता है।हैं न ।
इन्हें भी पढ़ना न भूलें
|माँ को धन्यवाद कैसे कहें पर अनोखे उपाय|
5.
अपने लक्ष्य के प्रति दृष्टिकोण स्पष्ट रखना होगा
‘द सीक्रेट’एक बेहद लोकप्रिय किताब और फ़िल्म जो हम सबने देखी थी और उसका विचार ‘आकर्षण का नियम’था पर इस बात को विकिपीडिया ने भी माना था कि यह आकर्षण का नियम इस विश्वास पर आधारित है कि जीवन में जैसा सोचते है वैसे ही रिजल्ट मिलते हैं।किसी भी चीज़ को हासिल करने के लिये,उन्हें पाने का विचार चलता रहना चाहिए साथ ही अपने सतत् प्रयत्न भी।
6.
किताबें सबसे अच्छी दोस्त हैं
यह तो सोलह आने सच है कि जीवन में माँ पापा के बाद पुस्तकें ही सही गुरु की भाँति हमेशा मार्ग प्रशस्त करती हैं।आप भी अपने सपनों से संबंधित किताबें पढ़िए और कुछ नये ताने-बाने भी संग-संग बुनिए।किताबे होती तो मूक है पर उनके पन्नों में अद्धभुत एक मीठा सा शोर छुपा होता है जो हृदय को झझकोर करने की क्षमता रखती हैं।
7.
स्वाध्याय भी करिए
माँ कभी-कभी अपने प्रति भी सोच विचार होना चाहिए ऐसा आपने ही बताया था।सपनों के प्रति आपकी अपनी राय,सोच क्या है और कौन सी ऐसी चीज़ें है जो मार्ग में रोड़ा अटका रही है।इस बात को समझ कर आगे क्या करना चाहिए यह स्पष्ट होने लगता है।
8.
अपने सपनों को पूरा होते हुए सोचें
माँ न जने क्यों कभी कभी हताश हो जाती है कि अब उम्र निकल गई है क्या करना सपनों के बारें में सोच कर।नहीं माँ,आप ऐसे बिलकुल भी नहीं सोचिये क्योंकि जैसा हम सोचते हिन् बहुत बार वैसा ही होने लगता है।दिनरात जैसे आपने हमारे लिए सपनें देखे थे और जीजान से उन्हें पूरा करने में लगी रही थी,अब हम मिलकर आपके सपनों को पूरा होते हुए देखेंगे। माँ का होंसला बढ़ाये रखिए।
9.
जो भी सपना है उसे पूरा करने के लिए लिख लें
माँ आपके दिमाग़ में ढेरों बातें घूमती रहती होंगी,तरह तरह के विचार आते रहते होंगे।कैलिफ़ोर्निया के डोमिनिकन विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान के प्रोफेसर गैल मैथ्यूज ने एक शोध अध्ययन में पाया कि जिन प्रतिभागियों ने अपने लक्ष्यों को लिखा या उन के बारे में अपने दोस्तों से बात की,उन में से 70% ने औरों की तुलना में अधिक सफलता प्राप्त की।
10.
मन के डर को दूर करो माँ
आपको यह दर लगता है कि कहीं आपकी मानक न बनें,कहीं आप कदम बढ़ा ही न पाओ या कहीं असंभव सा तो नहीं सोच लिया है। माँ आप ही कहती थी कि असंभव में ही संभव छुपा है तो फिर ऐसा क्यों सोचना।अपने मक़सद को पूरा करने के लिए दृढ़ता से सोचें और मैं हूँ साथ में।
11.
अपने सपनों को अब ओर मत टालिए
माँ पहले ही काफ़ी देर हो चुकी है आपने शादी से पहले इन सपनों के लिए सोचा था और अब हम बच्चों की परवरिश में इतना समय लगा दिया है।बस अब कदम बढ़ाए और अपने ऊँचे सुनहरी मक़सद को पाने के लिये जी-जान से लग जाइए।
12.
स्व-प्रेरित रहिए
आप अगर सोचती हैं कि घर में कोई आपके सपनों को पूरा करने के लिये आपको प्रेरित करेगा तो इसे भूल जाइए क्योंकि अगर ऐसा होता तो अब तक सपने पूरे हो गये होता और आप एक नये सपनों को स्वप्निल आँखों में सजाये हुए होती।ख़ुद ही ख़ुद को मोटीवेट करती रहिए और जुट जाइए।
माँ के सपनों को पूरा करने के दिल छूनेवाले कोट्स
13.
ज़ुनूनी होना होगा
किसी भी बदलाव के लिये आप हम में एक ज़ुनून जगती आई है और किसी भी हाल में आप इस मंत्र को ख़ुद पर आज़माये बिना कैसे रह सकती हैं।खालों में ही नहीं हक़ीक़त के धरातल पर लेन के लिए एक तीव्र इच्छा जगाइए और ज़ुनूनी बन सपनों को साकार कीजिए।नया दिन पर पुराने संकल्प को दोहराना है।
14.
भोर के समय संकल्प लें
भोर की आभामय किरणों की तरह,चिड़ियों की चहचहाहट जैसे नयी सुबह का आगाज़ करती है ठीक। ऐसे ही आपको पहला वाक्य अब अपने के लिए जीने का लेना है और बिना किसी दबाव को महसूस किए एक सुंदर सा कमिटमेंट ख़ुद के लिए करना है।सोने से पहले सपने को पूरा होते देखना ज़रूरी है
15.
सोते समय संकल्प को सोच कर सोयें
ऐसा मानते है कि सोते हुए जो विचार लेकर हम सोते है उन्हीं के ख़्वाब दिखते हैं और अगले दिन वही हमारे भाव बन कर हमारे दिलों-दिमाग़ में घूमते रहते है।यह सोच कर सोयें कि मेरा सपना पूरा होने वाला है और सच में मचकनी कीजिए आप देखेंगी कि आपके सामने अनेकों रास्ते ख़ुद ही खुलते जा रहे हैं।
16.
सपनों के साथ जीना होगा
मान लो ना आप एक कुशल नृत्यांगना बनना चाहती है तो आपको फिर से उसकी कोई क्लासेज़ जॉइन करनी होगी और भूले हुए डांस स्टेप्स को याद करना होगा।एक लंबे अरसे के बाद आप ने घूँघरुओं को पहना है तो उनकी मधुर ध्वनि को सुनने के लिए दिल में सुरों की महफ़िल सजनी होगी।प्रशिक्षण से सब हो जाएगा।यक़ीन करिए बस।
17.
एक बच्चे की तरह सोचिए
जैसे एक बच्चा सोचता है कि कैसे उसे पाठ पढ़ने है याद करना है,बार बार लिख कर देखना है और फिर परीक्षा भी देनी है।आपको भी माँ वो सारी चीज़े सोचनी हैं कि सपने को पूरा करने में आप पर क्या अतिरिक्त कार्य बढ़ेगा,किस तरह की समस्याएँ अभी आयेंगी,कैसे सीखने के लिए समय को निकालना होगा आदि।बस इस दिशा में पहले सर कुछ सूचना है।
18.
भरपूर और सुकूं भरी नींद लीजिए
एक अच्छी नींद सपनों को सपनों में ही दिशा निर्देश बख़ूबी देता है।काम के साथ साथ माँ अपनी पूरी नींद लिया कीजिए।अगर कोई चिंता सताती है तो हम बच्चों से शेयर कीजिए न।मिलकर उस समस्या को जड़ से ही मिटा देंगे।बस माँ आप निश्चिन्त होकर अपनी सेहत का ध्यान दीजिये और सोते हुए नो टेंशन माँ।
19.
अपने छोटे छोटे लक्ष्य बनाइए
आपमें बहुत पहले के आपके दिल में बसे हुए है माँ।पूरे भी हर हाल में होंगे ही।लेकिन उपायों कोक्रमबद्ध लिखने होंगे और उसी हिसाब से एक कदम के बाद दूसरा कदम उठाना होगा ताकि आप उस छोटे कदम की सफलता से प्रेरित हो सके और अधिक उत्साह से अगली सफलता की तैयारी भी करें।
20.
हर हाल में आशावादी बने रहना है
हो सकता है शुरुआती दौर में मनचाही सता न मिले पर आपने हमेशा यही सिखाया कि यह देखिओ कि गलती कहाँ हुई है जो फल वैसा नहीं हैं।बस इसका मतलब यह है कि रणनीति को थोड़ा बदलना होगा।एलेन डीजेनरेस ने कहा था-यह विफलता ही है जो आपको सफलता का परिप्रेक्ष्य देती है।तो माँ आपको हमेशा आशा का दामन थामे रहना है।
21.
जीवन शैली में बदलाव यानि सपनों के पास
माँ जीवन शैली में थोड़ा बदलाव आपको एक नयेपन का अहसास दिलाएगा और आप खुद भी बेहतर और ज्यादा आत्मविश्वास फील करेंगी और इसका सुखद नतीजा यह होगा कि सपनों वाली मंजिल पास आती हुई दिखेगी और आप में भी उमंगें हिलोरें लेंगी।
22.
अपने रहन-सहन में बदलाव लायें
माँ यह भी आपने ही सिखाया और हमेशा हमें सुंदर वस्त्र और चमचमाते हुए जूते ही पहनाये ताकि हमारा आत्मविश्वास बढ़े क्योंकि लोग पहले बाहरी आवरण से प्रभावित होते हैं और आपकी इज्जत करते हैं।यह बात सही तो नहीं है पर दुनिया ऐसे ही देखती है।
23.
अपने सपनों के बातें में जोश से बात करें
माँ मैंने देखा है कि जब कोई आपसे आपकी ख़्वाहिशों के बातें में बात करता है तो आप सकुचा जाती है या दबे स्वर में बताती है तो कहीं न कहीं शायद आपको अपनी बात की मज़ाक़ बनने की या कोई डर से लगता है।आप खुल कर और बुलंद आवाज़ में बात करिए।सपना पूरा करना छह रही है कोई चोरी नहीं जो डरा जायें।
24.
नजरें मिला कर आई कांटेक्ट करके बात करें
यह आप सबसे नज़रें झुका कर,थोड़ा धीमे स्वर में बात क्यों करती हैं।ऐसा करने से कम आत्म ईश्वर की झलक दिखती है जबकि आप ऐसी बिलकुल भी नहीं हैं।जब भी किसी से बात करें आप ऑय कांटैक्ट करके ही अपनी बात को रखा करें।
माँ के ख्वाबों को समर्थन देने के लिए अनोखे तरीके
25.
अपनी पिछली सफलताओं से प्रेरणा लें
आप का घर में और समाज में एक अलग रुतबा और हस्ती है जो आपने अपनी मेहनत,आत्मीयता और प्यार के बलबूते पर हासिल की है।आप एक गुणी महिला के रूप में जानी जाती हैं।बस याद करिए कि आख़िर जब इस घर आईं थी कौन से गुण थे कौन सी विशेष बातें थी जो आप को अर्द्धांगिनी के रूप में पापा फूले न समाये थे।याद करिए और फिर हासिल कीजिए।ग़लतियाँ करने से न घबराएँ।
26.
घर और अन्य गतिविधियों में बढ़ चढ़ कर भाग लें
माँ सपनों को पूरा करने के लिए गर के सब लोगों का सहयोग लेना जरुरी है पर उसके लिए अभी बताना नहीं पर घर के तीज त्योहारों में किसी न किसी रूप में थोड़ा सा जिक्र करें औ खुश होकर सब तरह की गतिविधियों में भाग लीजिये और अपने अंदर एक शांति और प्रसन्नता महसूस करें क्योंकि आप देखेंगी कि कितने सारे लोग आपके सपनों के सफ़र में आपके साथ हैं।
27.
मैडिटेशन हर रोज़ करिए
अंदरूनी ताक़त को विकसित करने के लिए,रोगों से लड़ने के लिए,मन को एक अद्धभुत सुकून के लिए भी ध्यान बहुत ज़रूरी है।यह आपको अपने सपनों को पूरा करने में सहायक सिद्ध होगा और आपका आत्मविश्वास भी अनोखा होगा जिसकी बदौलत आप ऊँचाइयाँ हासिल करने जा रही हैं।
28.
योग का अभ्यास करिए
योग के अन्तर्गत विभिन्न तरह के योग क्रियाएँ न केवल शरीर को निरोगी बनती है वरन् दिलों-दिमाग़ को तरोताज़ा भी करती है।एक स्वस्थ शरीर से ही किसी भी आपमें को हासिल करना आसान होता है क्योंकि बीमार व्यक्ति तो उम्र डाक्टर और दवाइयों के लेते लेते ही गुजर देता है।बस पास वाले पार्क में योग गुरु से या टी.वी की मद्द से आप योग सीख सकती हैं।
29.
सपनों में भी अपने सपनों को देखिये
माँ आप ही कहती हैं न कि रात में सपनों की अपनी ही एक दुनिया होती है और जो हमारे अचेतन मन की बातों को ही ड्रीम बन कर दिखता है।अपने सपनों को ख्वाबों में चेक करिए और सफल होकर सब को चकित भी करना है।बस सोते जागते हुए नींद में भी अपने सपनों को ही एक सुंदर तरह से देख कर खुश होइए और आँख खुलने पर उसे पूरा करने में जुटना है।
30.
नेगेटिव लोगों से दूरी बना कर रखें
चील और मुर्गी के बच्चे की कहानी प्रेरणा देती है कि चील के बच्चे को यह ही बताये जाने पर कि वो तो मुर्ग़ा है चील कि तरह नहीं उड़ पाएगा और उसने इससे ज़्यादा सोचा ही नहीं।
यानी जीवन में ज़्यादातर लोग आपको आपके अस्तित्व की महत्ता बताने की बजाय आपकी कमियाँ गिनायेंगे।आपने ध्यान नहीं देना है,करके दिखाना हैं।
31.
सबको 24 घंटे ही मिले हैं
जीवन में माँ आपने ही सदा बताया कि सबको 24 घंटे ही मिलें हैं और यह व्यक्ति पर निर्भर है कि उसे इतिहास का हिस्सा बनना है या कोरे पन्नों में खो जाना है।आप अपने आपमें पूरे करके स्वर्णिम पृष्ठों में नाम दर्ज करना है।ठीक है न माँ।बस इन घंटों को अपने हिसाब से इस्तेमाल करना सीखना है ताकि सब कम भी हों और आप अपने लक्ष्य को भी जीत सकें।
32.
लंबी छलांग से पहले कुछ कदम पीछे हटना है
एक मंजे खिलाड़ी की तरह एकदम से सब कुछ हासिल करने के लिए नहीं सोचना है।कई बार थोड़ा पीछे हट कर नये सिरे से शुरू करना पड़ सकता है।डरना नहीं,एक कदम पीछे यानी अपनी शक्ति का अवलोकन करना और फिर पूरी ताक़त से सपनों को हासिल करने की ज़िद पकड़नी है।माँ यह होगा यकीं मानिए।
33.
सफल लोगों की जीवनी भी पढ़नी है
कई बार यह समझ में नहीं आता कि करना क्या है और निराश भी हो जाते है।माँ,ऐसे में सफल लोगों का जीवन वर्णन आपको नया ज्ञान और दिशा दिखाएगा और निराश होने से भी बचाएगा।दूसरों के लक्ष्य प्राप्ति के साधन आपको भी जानकारी देंगे।
34.
रूटीन से थोड़ा बाहर निकलना होगा
माँ सपनों को साकार करना है तो थोड़ा अपने रूटीन को बदलना होगा न।आप ने अपने लिये जो समय निश्चित किया है उस पर अडिग भी रहना है।थोड़ी समय सारणी में बदलाव की ज़रूरत है ताकि आप ज़्यादा समय अपने सपनों को पूरा करने में लगा सकें।
35.
सही प्लानिंग यानी आधा काम हुआ
माँ आपके आपमें सुंदर हैं और सही मायने में औरों को भी प्रेरित करेंगे।अब सोच तो ठीक लिया है पर उसको हासिल करने के लिए उचित प्लानिंग करनी भी उतनी ही ज़रूरी है।आपके साथ मैं हूँ मिलकर सब कुछ प्लान करेंगे ठीक वैसे ही जैसा आप चाहेंगी।
36.
छोटी सी शुरुआत करिए
किसी भी आपमें को हासिल करना इतना आसान नहीं होता और ख़ासतौर पार जब उसे पूरे करने के बीच एक लंबा अंतराल आ जाएँ।माँ,एक छोटी सी शुरुआत करते है और जो समस्याएँ आयेंगी फिर उन पर विचार करके और उन्हें दूर कर
माँ के सपनों को पूरा करने के अनमोल सुझाव
37.
आपके सपनों का अपनी शैक्षिक योग्यता से लेना देना नहीं है
कई बार डिग्रियाँ माँ जो आपके पास है,वो आपके सपनों से मैच नहीं कर रही हैं।आप चिंतित है पर क्यों ? कितने उदाहरण है इतिहास में जिसने व्यक्ति ने जो पढ़ाई की और जो जीवन में हासिल किया वो एकदम अलग रहे।डाक्टर श्री रामलागू थे तो डाक्टर पर एक बढ़िया अभिनेता बने।आप भी इस सोच से ख़ुद को आज़ाद करके आगे बढ़िए।
38.
माँ से सवांद बनाये रखें
माँ से लगातार बातचीत के माध्यम से उनके सपनों की रुपरेखा को समझने का प्रयास करें।उनकी सोच को धरातल पर साकार रूप देने के लिए ठीक से जानें।समय-समय पर एक लम्बी बातचीत करें और आखिर में वो क्या चाहती है पूर्ण रूप से जानकारी एकत्रित करें।
39.
हर तरीके से समर्थन दें
माँ के सपनों के लिए कमर कास कर उन्हें हर प्रकार का समर्थन देना होगा,अब चाहे वो आर्थिक रूप से मदद करनी हो या किसी खास व्यक्ति से मिलकर आगे की प्लानिंग बनानी हो या डिजिटली कोई कोर्स करवाना हो या सिर्फ उन्हें अपने मकसद को पूरा करने में उनके आत्मविश्वास को एक बल देने की ही जरूरत हो।
40.
हर दिन साथ महसूस करना होगा
सपनें पूरा करना इतना आसां काम नहीं होता है पर अआप्को माँ को यह अहसास करना होगा कि मिलकर हर हाल में उसे पूरा करेंगे ही करेंगे।कई बार माँ का मन बदलेगा जब भी उन पर कोई काम का बहार बढेगा या कोई परेशानी आयेगी तो ऐसे में उनके उत्साह को,उनके मनोबल को,उनके खवाबों में साथ देना है।
41.
नयी तकनीक से रास्ता आसां बनाएं
आज का जमान्ना तो गूगल और चैटजीपीटी का जमाना है जिसमें सोचा ढूंढा और बस चटपट सब एकदम से हो गया,पर माँ को यह सब बिलकुल भी पसंद नहीं है वो बिलकुल ओरिजिनल विचारों के साथ काम करना पसंद करती हैं।माँ के संग संतुलन की राह अपनाएं और सपनों को उनसे रूबरू कराएँ।
42.
अपना कोई एक फिक्स समय माँ के लिए रखें
आप माँ के साथ जुट कर उनके सपनों को सच करना चाहते हो पर कभी समय है तो कभी बिलकुल भी नहीं है।ऐसे तो काम नहीं हो पायेगा न। कोई अपने समय को माँ के लिए तय कर दें और कोशिश करें कि आप और माँ दोनों उस समय को एक सुंदर माँ के सपनें को पाने की खोज में लगाने में ही लगायें।
43.
एक अच्छे श्रोता बनिए
माँ की बात को कई बार अनमने मन से सुना और नकार सा दिया तो माँ का तो मन ही बूझ सा जाएगा और शायद वो दुबारा खुल कर अपनी बात कह ही न पाएं।एक अच्छे स्रोत की तरह माँ जो भी कहें या बताएं उनको लिपिबद्ध करके लिखते जाएँ या मोबाइल में not कर लें ताकि ठीक से एक योजना बनाने में सहायता दे पाएं।
44.
उन्हें सम्मान पूर्वक अपने विचार बताएं
माँ ने आपसे बहुत हिम्मत करके अपने सपनों को साँझा किया है और ऐसे में आपके किसी भी भाव से अगर उन्हें लगा कि आप उनकी बातों को जबरदस्ती सुन रहें हैं तो उनके आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचेगी।जहाँ भी लगे कि आपको कुछ परिवर्तन करने की जरुरत लग रही है तो वहां सम्मान से अपनी बात को रखें एकदम से काटे नहीं।
45.
निर्णय की प्रशंसा करें
माँ ने कुछ सोच समझ कर ही अपने सपनों को आपके संग बाँटना चाहा और इसके लिए उन्होंने अपना स्वतंत्र निर्णय से भी आपको अवगत करा दिया।आप उस निर्णय की दिल खोल कर तारीफ करे दिल से उनकी प्रशंसा करें ताकि वो उत्साह और उमंग से अपने चिरकालीन सपनों को देख पाएं ठीक वैसे ही जैसा वो सोचती थी।
माँ आप जज़्बा बनाए रखो”
माना जीवन की डगर है,बहुत कठिन व राह भी हैं पथरीली
मायूस न हो,कर इरादे बुलंद,बना दुखों को अपना हमजोली।
ग़म-ए-हयात बन दिखे जब सुबहों-शाम,होने लगे ज़िंदगी-ख़्वार
आनन्दमय बनानी है गर ज़िंदगी,तो सूझ-बूझ को कर इख़्तियार।
जीवन इतना भी नहीं आसां,कि गुज़र जाएगा,बिना मुश्किलों को किए पार
गर इरादा हो पक्का,तो बिन किश्ती भी होती है नदियाँ उस पार।
तारीफ़ हो या आलोचना जगाए रखें हर हाल,अपने शम्माए-अरमान
जज़्बा बनाए रखना माँ,बना तकलीफ़ों को दोस्त,ख़ुशहाली के बनेंगे तभी इम्कान।
ये तो जीवन है और दुःख-सुख,बारी-बारी आते रहते है,लेने परीक्षा बार-बार
जीत हासिल करना बन जाए जब जुनूँ,क़िस्मत भी खोलती है जीत का द्वार।
(ग़म-ए-हयात =ज़िंदगी का ग़म।
माँ के सपनों को पूरा करने में कैसे मदद करें,इस पर इस ब्लॉग में दिए गए अनेक तरीकों का अनुसरण करके आप माँ को समर्थन और साथ देने में सहायक हो सकते हैं। यह उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करेगा और उन्हें उत्साहित करेगा।पढ़िए जरुर माँ के ख्वाबों को पूरा करने में साथ देने के उत्तम विचार।
COMMENT BOX में आपकी राय की प्रतीक्षा रहेगी।
रास्ता था लम्बा, मुश्किलें थी क्रूर
दिल में लेकिन मशाल जला कर चली आयी मैं इतनी दूर।