माँ को कैसे सुरक्षित रखें,यह ख्याल अपनेआप में बहुत ही नेक है जो यह बताता है कि आप अपनी जननी के प्रति कितने सवेंदनशील है और साथ ही अपनी जिम्मेदारियों को भी समझते हैं।यह बात किसी भी माँ के लिए गर्व का प्रतीक है।

आइए माँ को सुरक्षित करने के बारें में विचार करते है और कुछ नया करने की सोचते हैं।

माँ को कैसे सुरक्षित रखें,पलकों के तले सजों कर प्यार से रखें

 

माँ को सुरक्षित कैसे करें पर 75 नायाब उपाय  

ग्लोबल जेरोंटोलोजी के अनुसार -महिलाएं इतनी स्ट्रोंग होती है कि वो हर हालात में मुकाबला कर सकती हैं,चाहे प्राकृतिक आपदा हो या सामाजिक दिक्कतें हो या घरेलू मानसिक परेशानियाँ।उन्हें बस यह पता होना चाहिए कि कैसे वह स्वयं को सुरक्षित रख सकती हैं।

 

1.

माँ जीवन का मूल आधार

माँ जीवन का मूल आधार,सृजनहार और पूरे परिवार की मुख्य धुरी हैं जो स्वयं ईश्वर की प्रतिमूर्ति और अनुपम कृति है,जिनके बिना जीने की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।इस धरा पर वो कितनी पीड़ा सह कर एक नन्हें शिशु के रूप में लाती हैं और जीवन भर अपने त्याग और स्नेह से परवरिश करती है।ऐसी देवी की सुरक्षा का गंभीरता से सोचना बहुत अहम् स्थान रखता है।

 

2.

अतुलनीय योगदान 

जन्म की पहली किलकारी से लेकर वर्णमाला के अक्षरों से परिचित करवाना,योग्य संस्कारों से सुसंस्कृत करना,उत्तम आचरण और अदब कायदा सिखाना सिर्फ माँ ही कर पाती है क्योंकि उनमें सहनशक्ति और ममता कूट-कूट कर भरी होती है।उनका ऋण कोई भी आज तक नहीं उतार पाया है। ऐसी माँ के लिए सुरक्षा की बात सोचना स्वाभाविक है।

 

3.

परिवार की असली सूत्रधार 

परिवार शब्द माँ के बिना एकदम अधूरा है।जरा सोचिये जिस घर में माँ नहीं होती वहां एक अजीब सा सूनापन नज़र आता है।ऐसे ही अगर माँ सुरक्षित नहीं होंगी तो एक सुंदर घर कैसे बनेगा।माँ सुरक्षित होंगी तभी तो हर ओर चहक महक होगी।डर के वातावरण में घर कैसे पनपेगा।

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4.

भविष्य की प्रेरणा स्त्रोत 

जिस घर में माँ खुश और खुद को सुरक्षित मानती हैं वहां वो बेफिक्री से अपने और परिवार के बाकि सदस्यों की भलाई के लिए नित नयी योजनायें बना पाती हैं और उनमें एक आत्मविश्वास झलकता है और बच्चों को भी वो हर परिस्थितियों से मुकाबला करने की प्रेरणा दे पाती हैं।

 

5.

माँ सुरक्षित यानि घर की खुशियां कायम 

माँ को सुरक्षित रखना इसलिए भी महत्वपूर्ण है और उनकी  सुरक्षा की देखभाल करना बच्चों की जिम्मेदारी भी है।सामाजिक रूप से,आर्थिक रूप से,दुनिया के विकास के रूप में यह सबकी प्रतिबद्धिता होनी चाहिए कि हर घर में हर माँ सुरक्षित हों,ताकि माँ खुस होकर उनकी हंसी सारे घर में गूंजे और घर खुशियों से भरपूर रहे।

 

कुछ ऐसे अनोखे और सरल उपाय जो माँ को सुरक्षित रखने में,महसूस करने में सहायक सिद्ध होंगे।

 

घर पर सुरक्षित कैसे रखें पर कुछ सुझाव 

 

 6.

सी.सी.टी.वी

 सी.सी.टी.वी पूरे घर में लगे होने चाहिए। सी.सी.टी.वी ने तो मानों जीने का अंदाज़ ही बदल दिया हैं।घर पर हो चाहे कहीं दूर-दराज क्षेत्र में,,कोई चिंता ही नहीं। बस जब चाहो अपना मोबाइल खोलो और घर में कहीं कोई हलचल तो नहीं है,वहीँ बैठे बैठे सब देख भी लो। माँ बड़ी निचिन्त दिखती है जब घर को बाहर कहीं से भी चेक करती रहती हैं। 

 

7.

 नियमित सी.सी,टी.वी को देखते रहिए

माँ की यह आदत थोड़ी अच्छी नहीं है कि वो सी.सी,टी.वी को देखती रहें। गहर सेबाहर वो अलर्ट हैं पर घर में नहीं। माँ को यह बार बार बताना होगा की रोज देखने की आदत डाले और इस तरह से कभी अगर यह उपकरण नहीं चाल रहा होगा तो उसी दिन इसे ठीक कराया जाया जा सकते है।

 

8.

घर के बाहर सिक्यूरिटी अलार्म लगायें 

घर में सुरक्षित रहना आज के समय में सबसे बड़ी चुनौती है जिससे हर कोई झूझ रहा है।माँ का अधिकतर समय घर पर ही व्यतीत होता है तो ऐसे में घर के बाहर  सिक्यूरिटी अलार्म का लगवाना बहुत अहम् है ताकि किसी भी के भी आने पर अलार्म माँ को सतर्क कर सकें और वो एकदम से दरवाजा न खोले। घर में अंजन व्यक्ति न आ पाएं यह देखना जरुरी है।

 

9.

सिक्यूरिटी लॉक्स लगवाएं

घर के अंदर मुख्य दरवाजों पर भी सिक्यूरिटी लॉक्स का होना तो बहुत ही ज्यादा आवश्यक है ताकि कभी भी कुछ भी स्थिति में एकदम से अंदर से लॉक्स लगा का माँ स्वयं को सुरक्षित रख सकती हैं।सिक्यूरिटी लॉक्स ब्रांडेड अक्म्पनी के ही लगवाने चाहिए जो समय पर साथ दें। लोकल कंपनी के लॉक्स कहीं बार काम ही नहीं आते।

 

  

10.

दरवाजे पर पीप होल अवश्य होना चाहिए 

बाहर कौन है यह माँ को ठीक से पता चले ताकि कोई गलत व्यक्ति घर के अंदर  प्रवेश ही ना कर पाएं।दरवाजे पर पीप होल इस दिशा में एक बहुत ही कारगर तरीका है क्योंकि समय रहते न सिर्फ गलत व्यक्ति को रोक सकते हैं बल्कि माँ इस बीच किसी से मदद भी ले सकती हैं।दरवाजे पर पीप होल माँ को सुरक्षित रखने में मदद करेगा।

 

11.

पर्सोनेल पैनिक बटन घर में लगवा सकते हैं 

इस पैनिक बटन के घर में होने से माँ और अन्य बुजुर्ग लोगों की सुरक्षा को लेकर राहत महसूस होती है क्योंकि इसमें कम से कम तीन नामांकित लोगों के फ़ोन कॉल दर्ज होते है जो इसके बजते ही आपको सहायता देंगे।यह माँ को तसल्ली बनाये रखेगा क्योंकि यह लगातार नामांकित लोगों तक जब तक नहीं पहुंचेगा,बजता रहेगा। 

 

12.

स्लाइडिंग खिड़की दरवाजे पर लॉक सिस्टम होना चाहिए

घर के दरवाजे तो अब सेफ हैं पर उन खिडकियों का क्या होगा जो फैशन के दौर में स्लाइडिंग लगवा लिए हैं। माँ हर वक्त उन सब को बंद कैसे रख सकती हैं और ना ही ध्यान।ऐसे में वहां भी लॉक सिस्टम का होना जरुरी है ताकि माँ पूरी तसल्ली से रह पाएं। 

 

13.

घर के चारों ओर कांटेदार या देढ़े-मेड़ें तारों का इस्तेमाल कर सकते हैं 

घर की चारदीवारी या छत्त के ऊपर या चारों तरह लगी कांटेदार और  देढ़े-मेड़ें तार एक सुरक्षा कवः का काम करती है क्योंकि इसे तोड़ कर या लांध कर आना मुश्किल है और यह भाव माँ को एक महफूज़ होने की भवन प्रदान करता है।जब मन शांत तो माँ की ख़ुशी भी हर काम में दिखाई देती है।

 

14.

घर की बालकनी या बाहर पर्याप्त रौशनी होनी चाहिए 

शाम के धुंधलके में या घर की बालकनी या फिर घर के बाहर का अहाता,बरामदा यानि इन सब जगह पर अन्दर बिक्लुल भी सही नहीं है क्योंकि कब कौन आ के चुप जाए या अचानक हमला कर दें,माँ को पता ही नहीं चलेगा।घर की इन सब जगह पर पर्याप्त रौशनी का होना सुरक्षित रखने की गारंटी सा काम करती है। 

 

15.

घर में कुत्ते का रहना एक अच्छा आईडिया है

घर में एक पालतू जानवर के रहने से सुरक्षा के हिसाब से काफी मदद मिलती है।कुत्ता इस श्रेणी में सबसे पहला नाम ध्यान में आता है क्योंकि वफ़ादारी में आज तक कोई भी उसका मुकाबला नहीं कर पाया है।मूक प्राणी है पर मान के भावों को बहुत समझता है। कभी माँ अगर आप उदास होंगी तो वो आपके पास ही बैठा रहेगा और अपनी सजीली अंकों से आपके दर्द को कम करने में एक बड़े की भूमिका निभाएगा।

माँ की सुरक्षा के लिए कोट्स

 

16.

विडियो अलर्ट डिवाईस  का प्रयोग करें

अब बाजार में ऐसे विडियो अलर्ट डिवाईस उपलब्ध है जिनकी सहयता से गाते पर कौन खड़ा है,यह अंदर बैठे ही पता लगाया जाया जा सकता है तो बस माँ बेफिक्र रहें और आराम से रहें बिना किसी परेशानी को महसूस करे।इससे बढ़िया ओर क्या होगा कि आप बिना दरवाजे खोले ही सब जान लें। 

 

17..

घर के आसपास की जानकारी रखें 

माँ यूँ तो बहुत ही मिलनसार हैं और सबके दुःख सुख में शामिल होती हैं पर घरों में क्या चाल रहा है और आसपास क्या घट रहा है,अक्सर मालूम नहीं होता।आज कल यह बहुत जरुरी है कि पास के घरों में सब ठीक हैं न। जो घटना आज दूजों के एहन हो सकती है कल अपना नंबर भी आ सकता है।  इसलिए आसपास की जानकारी से माँ को अवगत कराते रहना आवशयक हो जाता है। 

 

18.

घर के इर्दगिर्द कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखे तो अलर्ट रहें 

माँ अपने कामों में इतनी व्यस्त रहती हैं कि कहीं बार किस के एहन कौन आ गया और क्यूँ आया,जान ही नहीं पाती है।माँ को यह बताना और पूछते रहना चाहिए कि कभी भी कहीं भी कोई संदिग्ध व्यक्ति नजर आएं तो उसका जिक्र करना चाहिए ताकि समय रहते उसकी जानकारी प्राप्त की जा सके और सही पाए जाने पर उचित कार्यवाही कर सकें। 

 

19.

वैल्युएबल डाक्यूमेंट्स,पेपर्स,सेफ्टी डिपाजिट बॉक्स में रखें 

माँ ने घर से रिलेटेड सभी वैल्युएबल डाक्यूमेंट्स,पेपर्स को ,सेफ्टी डिपाजिट बॉक्स में रखें या नहीं,यह देखना जरुरी है क्योंकि कई बार काम में वो इतनी मशगूल रहती हैं कि इन सब चीजों को शी जगह पर रखना भूल जाती हैं,,सेफ्टी डिपाजिट बॉक्स लाकर दीजिये ताकि सभी इम्पोर्टेन्ट चिज्व सही जगह पर रखी जाएँ और जब जरूरत हो मिल सकें।

 

20.

घर के नौकरों या मैड के सामने पर्सोनल अलमारी कभी भी न खोलें 

माँ को सब पर विश्वास करने की आदत है और वो सबको दिल से अच्छा भी मान लेती हैं पर अब जमाना बदल गया है।ऐसे में माँ को यह बताना है कि अपनी पर्सनल अलमारी को घर की मैड या अन्य सहायक सहयोगियों के सामने न खोले क्योंकि कई बार यह सब चीज़े सामने वाले को लुभाती है और चोरी होने का अंदेशा बन सकता है।

 

21.

मैड को उसके किसी ओर रिश्तेदार के साथ न आने दें

माँ देखो यह मैड का आना तो समझ में आता है पर एह जो किसी भी रिश्तेदार को ले आती है यह बिलकुल भी ठीक नहीं है क्योंकि उसे हम नहीं जानते और हो सकता है कि मैड को भी उसकी मनोदशा का अंदाज़ा न हो ,ऐसे में मैड को यह पहले ही बता देना चाहिए कि उसक्के अलावावा ओर कोई साथ न आएं।

 

22.

बाहर जाने की अवधि हर किसी को न बताएं

माँ कहीं जाने से पहले अपनी मैड या अन्य नौकरों को भी बहुत सारी हिदायतें देती रहती है कि मेर पीछे यह ध्यान रखना यह कर लेना आदि।यह बात मैड अपने घर में भ बताएगी और न जाने कब किसके मन में क्या आ जाएँ,नहीं कह सकते।इसलिए माँ को सुरक्षित रखने के लिए यह बताना जरुरी है।

 

 

23.

बाहर जाते वक्त सब खिड़की दरवाजे ठीक से बंद करें 

माँ यूँ तो इस बात का ध्यान रखती हैं पर फिर भी कई बार खिड़कियाँ खुली रह जाती है पर आज की दुनिया में किसी पर विश्वास करना जरा मुश्किल सा ही है और चोर कब सफाया कर जायं कुछ कह नहीं सकते।माँ की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए यह बच्चों को ही सुनिश्चित  करना होगा की समय समय पर माँ को आगाह करें व स्वयं भी मदद करें।

 

 

24.

एक सा रूटीन न रखें 

घर गृहस्थी में बहुत काम रहते है और घर से बाहर भी समान खरीदने के लिए या किसी से मिलने जुलने में भी जाना ही पड़ता है।माँ अगर कामकाजी हैं तो अक्सर एक ही समय पर जाने का रहता होगा जोकि सुरक्षा की दृष्टि से उचित नही है क्योंकि गलत इरादे वाला व्यक्ति उसी समय पर घर में घुसने की कोशिश करेगा। माँ अगर उस दिन किसी भी वजह से होंगी तो उनके लिए बहुत ख़राब होगा।

 

25.

ठगी के तरीकों से बचें 

गली में तरह तरह के बहरूपिया घूमते रहते हैं जो अनेक प्रकार के लालच देकर लोगों को ठगते हैं।अब तो AI के नए नए ठगी हो रही है। ऑनलाइन ठगी से भी माँ को जागरूक करना होगा।घर में गहने या काश को रखना आजकल खतरे से खाली नहीं है।माँ वैसे बहुत सतर्क रहती हैं पर फिर भी इस तरह की बातचीत से और ज्यादा अलर्ट किया जाया जा सकता है।

 

26.

सारी चाबियाँ एक साथ न रखें 

अमूमन घर में सारी चाबियाँ एक ही जगह रखने की प्रथा रहती है जो की ठीक नहीं हैंसारी चाबियाँ एक साथ न रखें।कभी अगर कोई व्यक्ति गलत इरादे से घर में घुस जाए तो सारी चाबियाँ उसके हाथ न लग पाएं।नुक्सान इस तरीके से काफी हद तक बचाया जाया जा सकता है।माँ को भी इस तरीके से सुरक्षित किया जाया जा सकता है।

 

ऐसे तरीके जो आपको माँ को सुरक्षित रखने में घर से बाहर होने पर मदद कर सकते हैं:

 

27.

विश्वसनीय पड़ोसी या रिश्तेदार को एक चाबी देकर जाएँ 

पास पड़ोस में जरुर कुछ ऐसे लोग होते ही हैं जिनके साथ समय की कसौटी पर खरापन दिखता है या परखा गया होता है। माँ के साथ आपको यह देखना है कि किसी पडोसी या रिश्तेदार को घर की चाबी देकर जाया जा सकता है ताकि किसी भी प्रकार के संदेह होने पर पवो घर खोल कर देख सकें।

 

28.

किसी एक कमरे की खिड़की खुली छोड़ कर जाएँ

बाहर जाते हुए किसी एक कमरे की कोई खिड़की इस तरह से खोल कर जएंजो बाहर से बंद दिखें पर खोलने पर खुल जाए और इसकी जानकारी सिर्फ कुछ चुनिदां व्यक्तियों को ही होनी चाहिए।माँ की सुरक्षा के लिए भी यह जरुरी है क्योंकि कई बार माँ अगर बंद हो किसी भी वजह से तो आप को अगर मालूम होगा कि एहन वाली खिड़की खुली रहती है तो आप को किसी बड़ी दुर्घटना से बचा सकते हैं।

 

29.

 अख़बार या कोई डाक पड़ोसी को लेने के लिए कह कर जाएँ 

जब घर पर कोई न हो तो बाहर बरामदे में पड़े हुए अख़बारों से या धुल मिट की परतों से क्रिमनिल टाइप के व्यक्ति फायदा उठा सकते हैं। अपने नजदीकी पडोसी या पास रहने वाले रिश्तेदार को बता कर जाएँ तकी वो अख़बार या कोई ओर डाक भी कुछ दिन अपने यहां ले सकें।

 

30.

एक फिक्स जगह पर चाबी न रखें 

माँ को यह बताना जरुरी हो जाता है कि वो किसी फिक्स जगह यानि किसी खास गमले में या किसी खास जगह पर ही हमेशा चाभी न रखें।वैसे तो एक ही टाले की कई चाबियाँ मिलती हैं तो टाले की चाबियाँ 2-3 लोगों के पास रहनी चाहिए ताकि खो जाने की स्थिति में भी घर खोल सकें और गलत लोगों के हाथ में भी कोई चाबी नहीं जाएगी।

 

 कुछ अनोखे उपाय हैं जब माँ घर से बाहर हों

 

31.

टैक्सी की डिटेल्स दें 

माँ जब भी बाहर जाएँ तो टैक्सी की सारी डिटेल्स आप को या पापा को भेज दें ताकि आप स्वयं चेक करते रहें,खास तौर पर शाम कू या रात्री में।अक्सार टैक्सी वाले या उसमे बैठे कोई ओर व्यक्ति अकेली समझ कर कुचक्र रचते हैं और ऐसे में जब सब को यह पता चाल जाएँ कि घर पर ही बात हो रही है तो आसानी से कोई ऐसी बात करने की सोचेगा भी नहीं।

 

32.

लाइव लोकेशन घर के किसी व्यक्ति को दें 

माँ अपने  स्मार्टफ़ोन से लाइव लोकेशन घर के किसी व्यक्ति को देंलाइव लोकेशन घर के किसी व्यक्ति को दें   घर से बाहर होने पर माँ अपने मोबाइल से लाइव लोकेशन आपके फ़ोन पर भेज देंगी ताकि आप उस को ट्रेक करते रहेंलाइव लोकेशन घर के किसी व्यक्ति को दें  कही किसी गलत दिशा दिखने पर समय रहते आप कोई सुरक्षा के कदम भी उठा सकते हैं और माँ भी बेफिक्र रहेंगी कि वो अकेले सफ़र नहीं कर रही हैं,आप साथ में हैं नलाइव लोकेशन घर के किसी व्यक्ति को दें 

 

33.

घर से बाहर होने पर अपनी सहेली या पति को फ़ोन कॉल करते रहें 

माँ जब बाहर हो तो यह आदत होनी बेहद जरुरी है कि वो रस्ते में बीच बीच में अपनी सहेली या पति या घर के किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति से फ़ोन पर बात करती रहें ताकि कैब में ड्राईवर या अन्य लोग कुछ भी फायदा उठाने की चेष्टा भी न कर पाएं। माँ के बाहर होने पर आप भी उनके पहुँचने तक बात करते रहें।

 

 

बैग या पर्स को सड़क पर दीवार की ओर रखें

घर से बाहर हमेशा कुछ नियमों का पालन करना अपने लिए सही रहता है जैसे माँ को यह ध्यान रखना है कि वो अपना पुर्से या बाग सड़क की ओर नहीं अपितु दिवार सीसे की तरह रखेंताकी चोर उचक्के मौका पाते उनका पर्स न छीन पाएं।चलते हुए आसपास को देखते हुए ही चलें। 

 

35.

पर्स के बीच में अंगुली फंसा कर मजबूती से पकड़ें

माँ के पास कई बार कई थेले या पैकेट्स भी होते हैं और पर्स भी।ऐसे में पर्स जो गले में डालें या उस को इस तरह से पकड़ें कि बीच की उंगली में पर्स फंसा रहें और फिर भी कोई अचानक छपटना चाहेगा तो भी पर्स को नहीं ले पायेगा क्योंकि बीच की उंगली सेफ्टी डिवाइस की तरह काम करेगी।

 

36.

कोई पीछा कर रहा हो तो नजदीकी घर में जाकर मदद लें 

माँ को य्ढ़ हिम्मत हमेशा दीजिये कि अगर उन्हें लगे कि कोई उनका पीछा कर रहा है तो आहार पास में कोई घर हो तो वहां जाकर मदद ले सकती हैं पर आजकल कोई आसानी से अंदर आने नहीं देता है,पर कोशिश कर सकती हैं। अपने आत्मविश्वास को बनाएं रखें और मोबाइल से घर के किसी मेम्बर को बताएं।

 

37.

अकेली बस में न चढ़ें 

माँ जब भी किसी बस से अगर जाने की प्लानिंग कर रही हो तो उन्हें यह याद दिला दें कि अगर बस में कोई भी नहीं है तो वो उस बस में न चढ़ें। थोड़ा इंतजार करके दूसरी बस लें।बस के नंबर की फोटो भेज सकती हैं और अपने फ़ोन पर इमरजेंसी नंबर को रेडी रखें।फ़ोन से बात करती रहें।

 

38.

सुनसान रास्तों की बजे भीड़-भाड वाले रास्ते चुनें 

माँ को हमेशा यह आगाह करते रहें कि बाहर जाते हुए वो सुनसान रास्तों से बचें। भीड़-भाड़ वाली जगह सुरक्षा कीए लिए सही रहती है।सुनसान जगह से अगर जाने की ही जरुरत हो तो पहले घर पर किसी को बताएं और पुलिसे नंबर को भी तैयार रखें।आप कोई ओर बेहतर रास्ता भी बता सकते हैं यदि आप जानते हैं।

 

39.

इमरजेंसी कॉल का इस्तेमाल करना चाहिए 

माँ के  मोबाइल में इमरजेंसी नंबर को बना दीजिये और इसका इस्तेमाल करना भी उन्हें आना चाहिए ताकि घर से बाहर कभी भी और कहीं भी इस का प्रयोग किया जा सके।इमरजेंसी नंबर को इस्तेमाल करना आना भी चाहिए क्योंकि कई बार उस समय याद भी नहीं आता कि हमने कोई इस तरह के नंबर सेव किये हुए हैं।समय समय पर इस नंबर को यूज़ करने की बात भी होती रहनी चाहिए।

 

40.

पुलिस हेल्प लाइन नंबर 100 याद रखें

माँ को यह भी सदा बताते रहना चाहिए कि घर में या बाहर होने पर हमेशा ही पुलिसे नंबर को याद रखना चाहिए और जरुरत के वाक्य बजे किसी भी तरह से घबराने की जगह इसका इस्तेमाल करना चाहिए।यह नंबर न सिर्फ माँ की हिम्मत को बढ़ाएगा बल्कि उन्हें में एक आत्मविश्वास भी बहार जाएगा कि वो अकेले होने पर सुरक्षित हैं।

 

41.

वीमेन हेल्पलाइन न.1091 डायल करें 

माँ को पुलिस नंबर के साथ-साथ वीमेन हेल्पलाइन न.1091 भी याद रहना चाहिए और कहीं पर कोई अनहोनी होने की स्थिति में इसका इस्तेमाल करना भी चाहिए ताकि माँ सुरक्षित रहें व् उन्हें भरोसा भी रहें कि वो हर परिस्थिति का मुकाबला कर सकती हैं।माँ स्वयं को सुरक्षित अगर समझेगी तो ही इन सभी नंबर की उपयोगिता साबित होगी।

 

42.

लाइव लोकेशन शेयर करें 

घर बाहर जब भी माँ कोई टैक्सी लें तो लाइव लोकेशन के साथ साथ ड्राईवर बताये हुए मार्ग पर ही चल रहा है,इस बात को जरुर देखती रहें।अगर कहीं भी माँ को लगे तो वो ड्राईवर को वाही टोके और मोबाइल पर विडियो से आपको भी दिखा सकती हैं ताकि ड्राईवर किसी भी प्रकार की गलती करने कोई सोच भी न पाएं।इस तरह की सावधानियां आज के समय में बहुत ज्याद जरुरी हैं।

 

43.

ड्राइव करते समय गाड़ी ठीक से लॉक करें 

माँ अगर स्वयं गाड़ी चक्लती हैं तो आप यह बात माँ से करें कि वो अपनी गाड़ी के लॉक्स को बंद करें क्योंकि अब बहुत सारी घटनाएँ सुनने में और देखने में आती हैं जहाँ क्रिमिनिल टाइप के लोग रास्ता पूछने के बहाने से या बच्चों से भीख मांगने पर ध्यान भटकने पर दरवाजा खोल कर आपके पर्स या मोबाइल को लेजकर एकदम गायब हो जाते हैं। सावधानी हटी और दुर्घटना घटी जैसी बात न हो जाएँ।

 

44.

म्यूजिक या फ़ोन कॉल में बीजी न हों 

कई बार ऐसा भी होता है कि गाड़ी में बैठते ही माँ अपने मोबाइल से बात करने में या कोई पसंद का म्यूजिक सुनने में इतनी मशगूल हो सकती हैं और जिसका फायदा ड्राईवर उठा सकता है.किसी अनजाने रास्ते पर ले जा सकता है। दिनरात इतनी घटनाएँ सुनने को और पढने को मिलती है जिनकी कल्पना मात्र से ही रोंगटें खडें हो जाते है।माँ सुरक्षित रहें इसलिए इन सब आतों का जिक्र घर में करते रहना भी जरुरी है।

 

45.

इमोशनली स्ट्रोंग रहें 

माँ को यह बात और होंसला देते रहना चाहिए कि कहीं भी जब भी उन्हें जरूरत होगी तो आप उनके साथ होंगे और कोई न कोई रास्ता निकल ही लेंगे। वैसे भी भावनात्मक रूप से माँ स्ट्रोंग है और रहती भी हैं पर जब अपने घर के लोग साथ हो और खास तौर पर अपने कैयरिंग करने वाले बच्चे तो माँ का आत्मविश्वास उन्हें मुकाबला करने की ताकत देता है।

 

माँ के लिए आत्म रक्षा हथियार की सही जानकारी 

 

46.

सेल्फ डिफेन्स की ट्रेनिंग 

माँ को सेल्फ डिफेन्स की ट्रेनिंग अवश्य दिलवाएं।यह ट्रेनिंग न केवल उनमे गज़ब का आत्मविश्वास भरेगा बल्कि किसी भी अप्रत्याशित घटना से बचने का पूरा मौका भी देगा।संकट के समय आत्म रक्षा का प्रशिक्षण मनो वैज्ञानिक,बौद्धिक और शारीरिक रूप से माँ को एक मजबूती देगा जो उनमें सुरक्षा की भावना को बढ़ाएगा ही।

 

47.

मार्शल आर्ट जूडो कराटे सिखाएं 

अब जगह जगह इन सब आर्ट्स की ट्रेनिंग देने के बहुत सारे सेंटर्स खुल गए हैं जहाँ माँ सप्ताह में दो या तिन जाकर सीख सकती हैं।इस तरह के प्रशिक्षण शारीरक मजबूती के साथ एक अलग तरह का आत्मविश्वास देता है जो किसी भी परिस्थति से सामना करने की अटूट शक्ति भी और यही भवन तो माँ को सुरक्षित समझने में योगदान देगी।

 

 

48.

सेफ्टी टूल्स रखें 

सहेटी टूल्स की जानकारी आज के समय में न सिर्फ माँ को बल्कि हर महिला को होनी ही चाहिए।सिर्फ पता होने से या रखने से ही काम नहीं चलता है वरन समय पड़ने पर कैसे इस सब का इस्तेमाल करते हैं,यह भी पता होना चाहिए।सेफ्टी टूल्स माँ के साथ होते हैं तो एक तसल्ली खुद को भी रहती है और माँ भी स्वयं को सुरक्षित महसूस करेंगी ही।

 

49.

सेफ्टी टूल आखिर क्या हैं  

सेफ्टी टूल्स के अंर्तगत बहुत सी चीज़े आती है जैसे पेपर स्प्रे,नेल फाइलर,सेफ्टी पिन्स,बेल्ट या पास पड़े किसी पत्थर को दुपट्टे में लपेट कर मारना आदि। सबसे अहम् बात यह है कि किसी भी हाल में घबराना नहीं चाहिए और जो भी सेफ्टी टूल्स माँ के पास हैं वो इनका उपयोग करें और पास में पड़ें पत्थर  या जोर से शोर मचाना यह सब दिमाग में रहना चाहिए।माँ के बाहर होने पर इन सभी टूल्स के बारें में बताते भी रहिए।

 

50.

शॉक इफेक्ट सेफ्टी टोर्च

 शॉक इफेक्ट के साथ रिचार्जेबल सेफ्टी टोर्च बेहद कारगर है क्योंकि इसमें पीछे की ओर एक बटन लगा रहता है।जब भी माँ को लगे कि आसपास खुच खतरा है तो वह बटन दबा सकती हैं और ऐसा करते ही इसमें लगी परत में जोरदार करंट पैदा होगा जोकि मनचलों टाइप के व्यक्ति को जबरदस्त शॉक देगा और माँ को करेगा एकदम सुरक्षित। इससे माँ को न सिर्फ स्वयं पर गर्व महसूस होगा वर्ण अकेले जाने में डर भी नहीं लगेगा। 

 

51.

पेपर स्प्रे 

पेपर स्प्रे को घर पर भी माँ बना सकती हैं।इसमें काली मिर्च और लाल मिर्च पाउडर को मिलते हैं और हल्का सा पानी मिला कर गाढ़ा पेस्ट बनाते हैं।इस असते में करीब एक गिलास पानी मिला कर मिक्स कर लें।गैस पर गर्म करके ठंडा होने पर किसी स्प्रे बोतल में भर लें।बनाते हुए ग्लव्स पहन लें। बस अकेले निकलेगी जब भी माँ तो आप रहेंगे बेफिक्र।जब भी किसी ने की गलत हरकत तो स्प्रे जलेगा उसकी आँखों को बुरी तरह से

 

52.

चाकू या स्विस नाइफ

माँ आने बैग में एक चाकू भी रख सकती है जिसका इस्तेमाल वो जरूरत के समय कर सकती हैं।इसकी नोक काफी नुकीली होती है जो किसी के भी शरीर में तुरंत चुभ जाएगी और इस बीच माँ अपनी सुरक्षा में वहां से भाग सकती है या मदद के लिए किसी को बुला भी सकती हैं। 

 

53.

टेजर गन

इस गन की खासियत यह है कि इसमें गोली नहीं बल्कि करंट निकलता है।अब जब माँ बाहर हों तो अपनी सुरक्षा के लिए इसक इस्तेमाल कर लेंगी।चाहे तो इस में मिर्च का पानी या नीबू का रस भी भर सकती हैं।माँ के पास यह होने से आप भी थोड़ा तसल्ली में रहेंगे और माँ भी,तो बस आज ही माँ को इसे अपने पास रखने को कहें। 

 

54.

एंजेल विंग अलार्म 

इस टूल की खासियत यह है कि इसमें बहुत ही तह धवनी निकलती हैं] और इस तीखी आवाज़ को सहन करना हर किसी के बु की बात नहीं है।इस के अलार्म को करीब 400 मीटर तक सुन सकते हैं। माँ के साथ जब ऐसा अलार्म सेफ्टी टूल होगा तो मुसीबत के समय वो इसका इस्तेमाल जब भी करेगी 

 

 

 

55.

सेफ्टी रॉड्स

पर्स में यह सेफ्टी रॉड्स बहुत आसानी से रख सकते है क्योंकि यह फ़ोल्डेबल है और इसको कहीं भी कैरी करना कोई मुश्किल काम नहीं है।यह काफ़ी कम जगह में आ जाती है और इस्तेमाल भी आसान हैं।समय पर याद रहें यही बात माँ को रिपीट करते रहना ।

 

56.

पैराकार्ड सेल्फ -डिफेंस ब्रेसलेट

यह पैराकार्ड सेल्फ -डिफेंस ब्रेसलेट आत्मरक्षा गियर का एक उपयोगी टुकड़ा है जो कलाई पर छिपा एक ऐसा हथियार है जिसे एक जब बार आप अपने कंगन को अपनी तरफ़ से हटा देंगे तो चाकू ख़ुद ही दिखाई देगा।जैसे ही कोई हमला करना चाहे तो माँ इसे अपनी तर्जनी और बीच वाली उँगली के मध्यम में क्लिप करके वार करें।

 

57.

चाबी

माँ के बैग में घर की चाबियों का गुच्छा हमेशा रहता है पर उन्हें यह बताना भीनती ज़रीरी है कि संकट के समय वो इस गुच्छे को सेफ्टी टूल की तरह इस्तेमाल कर सकती हैं ।चाभी के गुच्छे में एक दो बहुत नुकीली चाभी भी रखनी चाहिये ताकि वो अटैक करते हुए हमलावर को तीखी चोट पहुँच सकें। माँ के लिए अपनी सुरक्षा के लिए एक अच्छा विकल्प सिद्ध होगा।

 

58.

कैंची

घर में पाई जाने वाली बड़ी ही आम सी चीज़ है कैंची पर यह बहुत ही काम की चीज़ है।पर्स में रखने में आसान भी है और इसका इस्तेमाल भी मुश्किल नहीं है।माँ ने भी इसे अच्छा विकल्प माँ अपने पास रख लिया है और अब बच्चे और माँ दोनों ही आश्वस्त है कि ज़रूरत के समय माँ इसकी वजह से हिम्मत महसूस करती हैं।

 

59.

सेफ्टी पिन्स

हर महिला की तरह यह टूल यानी सेफ्टी पिन्स माँ के पर्स में रहती ही हैं।बस माँ को इसकी उपयोगिता ही तो बतानी है और बस छोटी सी चीज़ पर काम करे बहुत बड़े। किसी भी हमलावर का मुक़ाबला करने में यह घाव बहुत बड़ा देने में समर्थ है।माँ की सुरक्षा के लिए कितनी काम की चीज़ ।वह क्या बात है!इन सब को हैंडी बैग में कैरी करिए सुरक्षित रहिए।

 

60.

माँ आप पुरुषों से ज़्यादा बुद्धिमान हैं

स्टडीज़ के अनुसार यदि ध्यान से देखे तो जब भी आईक्यू लेवल की बात होती है तो माँ आप आगे हैं।महिलाओं के दिमाग़ में मोटा कार्टिक्ट्स होता है जो बुद्धिमत्ता और बेहतर परफॉरमेंस देने का काम करता है।बस माँ समय पर घबराना नहीं क्योंकि आप निर्णय बेहतर ले सकती हों।आपको किसी भी हाल में बस डर को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना है।

माँ की सुरक्षा के लिए अनमोल सेफ्टी टिप्स

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ओवर्थिंकिंग से बचे

माँ अक्सर बहुत ज़्यादा सोच-सोच कर ही ख़ुद को कमजोर मानने लगती हैं और स्वयं को असहाय मान कर,एक अबला की तरह सोचने लगती हैं।माँ बस कभी भी मन से न हारें तो उनसे बात करते रहिए और उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाएँ।उन्हें याद दिलाएं कि वो घर में पूर्णत सुरक्षित हैं क्योंकि सभी सुरक्षा के उपाय किये गए हैं और बाहर भी वो अपनी जागरूकता से सुरक्षित रहेंगी।

 

62.

आलोचना से डरें नहीं मुक़ाबला करें

अक्सर घर और बाहर महिलाओं की आलोचन होती रहती है कि वो शारीरिक रूप से कमजोर है या वो अचानक आई विपत्ति में घबरा जाती हैं या वो स्वभाव से ही डरपोक होती हैं। इन सब बातों को सिरे से नाकारा तो नहीं जाया जा सकता है पर वो जमाना दूसरा था जब घर में माँ रहती थी और बाहर की दुनिया से कोई वास्ता ही नहीं था पर अब माँ आप एक आधुनिक,शिक्षित और आत्मरक्ष के उपायों से भलीभांति अवेयर हैं इसलिए फालतू की आलोचना का जवाब दें न की डरें।

 

63.

कुछ भी घटने पर स्वयं को दोषी न मानें

कई बार घर में कोई घटना जैसे छोटी मोटी चोरी का हो जाना या रात में किसी व्यक्ति के होने का आभास होना आदि और ऐसे में माँ स्वयं को ही दोषी मान लेती है कि जरुर आज उन्होंने सोने से पहले कोई दरवाज़ा शायद खुला छोड़ दिया होगावैसा सोच कर ही माँ बहुत परेशां भी हो जाती है और अंदर से थोड़ा डर भी जाती हैं।माँ खुद को दोषी मानने की आदत को बदलिए। हम बच्चे आपके साथ हैं न।

 

64.

स्वस्थ शरीर के लिए पौष्टिक आहार लें

एक स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मान बसता है।शारीर जब दुर्बल होता है तो हर परिस्थति हमें डराती है माँ बिलकुल फिट हो और चुस्त-दुरस्त रहें तो वो खुद को किसी पर निर्भर नहीं मानेगी,और ऐसे में माँ को स्वाम को भी सुरक्षित रखना आसां लगेगा।माँ पूरा और पौष्टिक आहार लें ऐसा ध्यान रखना होगा।

 

 

65.

सक्रियता बहुत जरुरी है 

रोजाना व्ययाम और योग करना न सिर्फ सेहत के लिए जरुरी है अपितु सक्रिय रहने से मानसिक स्वास्थ्य ठीक रहता है और ऐसे में निर्णय भी हमेशा ठीक ही लाए जाते है।आसपास कहीं जिम या पार्क में सामूहिक रूप से माँ कर सकती हैं और इसमे उनका अपना एक ग्रुप भी बनता है और आपसी संपर्क कब काम आ जाएँ कह नहीं सकते,पर सुरक्षित माँ स्वयं को महसूस करेगी,यह पक्की बात है।

 

66.

स्वयं  निर्णय लेने की आदत का होना जरुरी है 

माँ जब भी खुद को किसी भी तरह से सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं तो एकदम घबरा जाती हैं और कभी किसी को तो कभी बच्चों को फोंर करेगी।वैसे यह बहुत अच्छी बात है कि घर के अन्य लोगों की जानकारी में हो पर कई बार सिर्फ मन का वहम ही होता है।माँ को तसल्ली देनी होगी कि थोड़ा पहले देख कर ही सब को बुलाएं,इससे उनका आत्मविश्वास भी बढेगा और डर भी कम होगा।

 

67.

सेल्फ डाउट को पनपने न दें

कई बार अखबारों और न्यूज़ में खबरे सुन कर या पढ़ कर एक अलग सा चित्र अपने दिमाग में बना लेती हैं और फिर उससे निकलने में उन्हें बहुत वक्त लगता है।सेल्फ डाउट बहुत खतरनाक चीज़ है क्योंकि उसमें वास्तविकता तो कुछ होती ही नहीं है पर माँ सब चीजों को वास्तविक मान कर स्वयं को असुरक्षित समझने लगती है जो उनके शारीरक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध होता है।

 

68.

अपने क़ानूनी अधिकारों को जानें

संकट का आभास होने पर किस तरह से क़ानूनी रूप से माँ  मदद ले सकती हैं यह बात माँ को ठीक से बहुत बार पता ही नहीं होती है।घरों में घटनाओं का जिक्र तो होता है पर उस समय क्या एक्शन होना चाहिए था,यह बहुत कम लोगों को पता होता है। माँ को क़ानूनी ज्ञान को बताना बेहद जरुरी है ताकि वो स्वयं ही समय रहते कार्यवाही कर सकें।

 

सरकारें माँ को सुरक्षा प्रदान करने के लिए कई तरीके अपनाती हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं:

 

69.

क़ानूनी रूप से सहायता

 सरकारें महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कानूनी प्रावधान बनाती हैं। यआज समाज में  बलात्कार, हिंसा, उत्पीड़न, और अन्य अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान पाए जाते हैं जिसमें सरकारें महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न प्रकार के कानूनी प्रावधान बनाती हैं। 

 

70.

महिला पुलिस 

जगह जगह पर आम महिलाओं के लिए सरकार द्वारा महिला पुलिस स्थान स्थापित होते हैं जो न केवल महिलाओं के अपराधों की रिपोर्टिंग करते हैं अपितु उनकी सुरक्षा का ध्यान भी रखा जाता है।

 

71.

महिला शौचालय योजना

सरकारें महिलाओं के लिए सुरक्षित और स्वच्छ शौचालय प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलती हैं।इससे  महिलाओं के लिए उनके स्वास्थ्य और हाइजीन की देखभाल को सुनिश्चित करना है।

 

72.

महिला सुरक्षा अभियान

 सरकारें समय-समय पर अनेक तरह के महिला सुरक्षा अभियान चलाती हैं जो  महिलाओं में सुरक्षा का ज्ञान और सुरक्षा की भावना की बढ़ावा देने के लिए कार्य करती हैं। सार्वजनिक जागरूकता, शिक्षा और पुलिस के साथ सहयोग अगर मिल जाएँ तो सिर्फ माँ ही नहीं हर स्त्री को एक बहुत बड़ी रहत महसूस होगी।

 

73.

निःशुल्क सुरक्षा हेल्पलाइन

 सरकार द्वारा महिलाओं के लिए निःशुल्क सुरक्षा हेल्पलाइन सेवाएं प्रदान की जाती हैं, जिससे महिलाओं द्वारा अपराधों की रिपोर्टिंग ली जाती है और आपातकालीन सहायता भी प्राप्त की जा सकती हैं।

 

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शिक्षा और प्रशिक्षण

सरकारें महिलाओं को स्वयं सुरक्षित रहने के लिए आत्मरक्षा और सेल्फ डिफेंस की प्रशिक्षण प्रदान करती हैं। इससे महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ता है और वे खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं।इन तरीकों के माध्यम से सरकारें महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को सुनिश्चित करने का प्रयास करती हैं।

 

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घर में सुरक्षा से सम्बन्धित चर्चा का होना 

माँ की सुरक्षा की दृष्टि से  इन सब सुरक्षा से से सम्बन्धित चर्चा का होना,हर तरीके की  जानकारी को देना और कब इसका इस्तेमाल करना है,इन सब पर घर में गाहे-बगाहे बातें  होती रहनी चाहिए ताकि माँ के साथ अन्य  लोग भी समय पड़ने पर उपयोग कर सकें।बच्चे भी जब इस तरह की बातें सुनतें हैं तो वो भी ज्यादा जागरूक और सावधान रहते हैं। अपनी सुरक्षा का स्वयं ध्यान रखना जरुरी है।

 

माँ को कैसे सुरक्षित रखें पर बहुत सारे तरीकों को बताया गया है।पढ़िए माँ को कैसे सुरक्षित रखने के नायाब उपाय।अपनी जननी को घर और बाहर दोनों जगह सुरक्षित महसूस जरुर कराइए।

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