दायित्व पर शायरी की बात,अनमोल जीवन को सार्थक करते जज्बात 

दायित्व पर शायरी अपने आप में एक खूबसूरत अहसास है,एक दूसरे के प्रति कर्तव्य को निभाए बिना जीवन की कल्पना भी अजीब सी लगती है| दायित्व पर रचनाएँ अपने कर्तव्य बोध को स्वयं में जागृत करने,परिवार समाज और देश के प्रति कुछ अच्छा और बिना किसी अपेक्षा के करना सिखाता है| समाज...

निष्ठा पर शायरी,सर्वोत्तम कार्य की देता प्रेरणा और बनाता हृदय से आभारी 

निष्ठा पर शायरी एक बेहद सकारात्मक मनस्थिति के भाव हैं जो हमें अपनी परवरिश व् आसपास के वातावरण से मिलते हैं| निष्ठा यानि धैर्य,त्याग,बलिदान और कर्तव्य इन सब से मिल कर बना एक अद्भुत गुण है जो हर किसी में नहीं पाया जाता है|बिना निष्ठा के कोई भी कार्य पूर्ण नहीं हो पाता...

दूसरों को सबक़ सिखाने वाली शायरी यानि बंद आँखों पर पड़े चश्मे को उतारने की आई बारी

दूसरों को सबक़ सिखाने वाली शायरी,हाँ जी,बिलकुल ठीक पढ़ा है आपने,इस ब्लॉग में यह बताने की कोशिश की है कि पर उपदेश कुशल बहुतेरे वाली बातें कहने वाले लोगों को कभी कभी यह समझाना ज़रूरी हो जाता है कि पहले इंसान ख़ुद को देखे और फिर कहे। जीवन में बहुत बार दूसरों को भी सबक़...

रिश्तों की मिठास पर शायरी,उल्लासित हृदय ब्यां करे जादूभरी बातें सारी

रिश्तों की मिठास पर शायरी हर किसी संवेदनशील व्यक्ति को हर्षित करती है क्योंकि जीवन में हमारी पहचान हम से जुड़े रिश्तों से ही तो है।संबंधों में जब आपसी प्यार और अपनत्व होता है तो वह व्यवहार में भी परिलक्षित होता ही है। चलिए रिश्तों में मिठास लातें हैं,कविताओं से प्यार...

रिश्तों की खटास पर शायरी लिखी हैं आज,मन के छिपे घावों को लिए है जो जज़्बात

रिश्तों की खटास पर शायरी असल में उन सभी मनोभावों को दर्शित करती है जब जीवन जिन रिश्तों पर हमेशा  गर्व महसूस करता हैं और उन्हीं के जब असली चेहरे से रूबरू होता  है तो एक खटास मन में आ जाती है और जो हृदय को पीड़ा पहुँचाती हैं। हमारे आपसी रिश्ते मधुर बने रहें तो किन बातों...