मामा भांजा पर शायरी लिखते हुए तमाम वो सारे अहसास फिर से जी उठते हैं जिनमे बचपन की शैतानियाँ और नटखटपन बसा होता है|ननिहाल में मामा से ही सारा प्यारा प्यार दुलार सबसे ज्यादा मिलता है|
एक प्यारा सा रिश्ता एक अनोखे बंधन में बंधा हुआ है जिसमें दोस्ती का भाव ज्यादा झलकता है|बचपन की ओर चलें|
पढ़ना न भूले
|मामा पर दिल से लिखी खास शायरी|
मामा भांजा पर शायरी,बातें होगी दिल की बहुत प्यारी-प्यारी|
मामू भांजे पर कविताएँ इन hindi| 85 दिल को छू लेने वाली रचनाएँ
1)मा-मा यानि डबल मा जैसा,उनका अद्भुत प्यार
दिल से करते नमन और करबद्ध प्रणाम बार-बार|
2)भांजा जब मामा के संग होता है
खुश बहुत ही ज्यादा दिखता है|
3)ननिहाल में मामा रखते, सबसे ज्यादा ध्यान
बताते वो जो भी मुझे,सुनता हूँ लगा के कान|
4)मामा के घर आने पर,लगता जैसे हो कोई त्यौहार
हँसते और हंसाते इतना,छा जाती खुशियों की बहार|
5)भांजे से मामा को होता, एक दिली लगाव
आखिर दोनों का मिलता है, कुदरती स्वभाव |
6)भांजे के होने पर मामा, को भी मिली बधाई
छोटे से बच्चे पर रौब मत दिखाना, देखो भाई|
7)भांजा होता, मामा की आँखों का तारा
सुंदर सा एक रिश्ता है, लागे न्यारा-न्यारा|
8)मामा के संग बस मौज ही मौज होती है
भांजे जी की हर फरमाइश पूरी जो होती है|
9)भांजे के संग मामा का, है अनोखा प्यार
कांधे पर बिठा,घुमाते सारा का सारा बाजार|
10)मामा के चेहरे पर, दिखती एक सच्चाई
भांजा गिनाता रहता, हर पल उनकी अच्छाई|
11)मामा भांजे को माने,ईश्वर का उपहार
भांजे केऊपर हमेशा रहता, प्यार ही प्यार|
12)मामा को जब भी पुकारा,दौड़े चले आएं
भांजा है बहुत नसीब वाला,जो ऐसे इंसा पाएं|
13)मा से ही माँ और मा से ही मामा बन जाता है
रब भी न जाने क्या सोच,यह न्यारा रिश्ता बनाता है|
14)मामा की आँखों में झलकता,सदा स्नेह भरा दुलार
भांजे के दिल में भी रहता उनके लिए,आदर भरा सत्कार|
15)मामा प्यार से बुलाते कभी राजा, तो कभी ओ मेरी जान
भांजे के दिल की तस्वीर में भी बसे हैं ,उसके प्यारे मामू जान|
मामा भांजे के लिए शायरी
16)सारी दुनिया से लड़ने का,एक जोश भरा होता है
भांजे के पास जब उसका मामा,संग खड़ा होता है|
17)भांजे के लिए खुशियों की, मामा करें दुआएं
मामा के लिए भांजा भी, करता प्यारी सी सदाएं|
18)मामा भांजे के रिश्ते में,खास जज्बात बसे होते हैं
इसीलिए दोनों एक भाव-पूर्ण,अहसास लिए होते हैं|
19)ननिहाल में भांजा होता,सबका नन्हा सा राजकुमार
इसीलिए मामा भी करते,सबसे ज्यादा उसी से प्यार|
20)बचपन से मामा के नाम से चंदा मामा ही सुना था
दिल रख कहते भांजे को,तुमने ठीक ही तो सुना था|
21)माँ न हो जब पास,मामा करीब हुआ करते हैं
तकलीफ गर लगे उन्हें,तसल्ली खूब दिया करते हैं|
22)भांजा है जरा आईना-मिजाज,मामा हैं यह जानते
इसलिए आगे बढ़,परेशानियों को स्वयं पर ले लेते|
23)मामा पर भांजा रखता,एक स्वयंसिद्ध अधिकार
मन की हर बात को कर लेता है,खुल कर इजहार|
24)देख चिंता माथे पर भांजे की,गले लगा लेते हैं
यह मामा ही तो है,सब कुछ पता भी लगा लेते हैं|
25)मामा भांजे का संग, सबसे जुदा और सबसे न्यारा
जोड़ी नंबर वन, कहलाती,अंदाज़ भाए दोनों का प्यारा|
26)भांजे के लिए रहता है,दिल में अधिक प्यार
दीदी को इस बहाने दिखाए,मामा अपने संस्कार|
27)मामा को देख माँ बहुत ज्यादा खुश हो जाती है
भांजे के भविष्य के लिए बात बहुत खास होती है|
28)भांजे का सुस्त चेहरा,मामा को नहीं बिलकुल भाता
चल जरा घूमने चलते है,बाहर हाल दिल का है जाना जाता|
29)एक कर्मठ,सत्य निष्ठ व्यक्ति की,पहचान है मामा जी की
जीवन मूल्यों से कराते परिचित,ज्ञान से अवगत कराते मामा जी
30)जीवन के पथरीले रास्तों पर,हैं न मामा गमगुसार
सुगम राह बनेगी कैसे,भांजे को सिखाये बार-बार|
मामा भांजा शायरी स्टेटस्
31)मामा जी ओ मामा जी,खाना है आज खाजा जी
जल्दी से चलो बाजार,भांजे के संग गए फिर मामा जी|
32)उम्र हो जाती एकदम कम,होता हूँ जब मामा संग
भांजा हूँ अपने मामा का,ताउम्र रहूँगा बन बच्चा हरदम|
33)जीवन में जो भी आयेंगे अब चाहे आंधी या तूफान
मामा है न संग,क्या डरना हो कैसा भी अब इम्तिहान|
34)मामा को देख शैतानी करने को, मन मचलता है
डांट नहीं पड़ेगी किसी भी हाल,भांजा यह बात समझता है|
35)तुम्हारी पह्चान बनायेंगे तुम्हारे ही अपने ख्यालात
भांजे को देते नसीहत मामा,हिम्मत से करने की कह बात|
36)जिन्दगी कभी भी एक सी,नहीं रहती भांजे डियर
मन से न हार जाना,मामा की सीख रही सदा ही कारगर|
37)न करना कभी किसी को तंग,न बनना कभी दबंग
घर में छूट है पूरी भांजे,मामा कहते करो खूब हुडदंग|
38)शिक्षित बन ज्ञान के अद्भुत प्रतीक बनना हमेशा
मामा ने भांजे को पढने के लिए,प्रेरित किया हमेशा|
39)मामा के रहते नहीं कमी होती,महसूस दोस्त की कभी
दुःख की घड़ियाँ हों या सुख की बेला,हाथ नहीं छोड़ते कभी|
40)यूँ तो हर रिश्ता होता है लिए,एक कशिश प्यारी
दुनिया को मामा भांजे की जोड़ी,लगती सबसे न्यारी|
41)नन्हा सा दिल भांजे का,ऊँगली पकड उसकी चल दिए मामा
तैय्यारी हुई शुरू बनाने की एक खास व्यक्तित्व की,मामा ने ठाना|
42)देखो हिम्मत रखना,मामा कहते भांजे को,सुनो! बरखुरदार
मैदाने-जंग जीतते वहीँजहाँ में, गिर के उठते जो शहसवार|
43)बिन योजना हो जाती है भांजे जी,अच्छी खासी जिन्दगी तितर-बितर
मंजिल-ए-मकसूद हासिल करनी है,मामा ने कहा,नहीं बितानी इधर-उधर|
44)जीवन में यूँ अक्सर मामा बताते भांजे को,रहते गमे-हयात
बनना इतने काबिल की जिन्दगी खुद बने,बढ़ कर लुत्फे-हयात|
(गमे-हयात=जिन्दगी का गम|लुत्फे-हयात=जीवन का आनंद|)
45)बादे-ए-सबा से बन लोगो के दिलों पर,करना हमेशा राज
भांजे को मूल्यवान सबक सिखाते,मामा गर्व सिखाते हुए आज|
(बादे-ए-सबा=सुबह की हवा|)
मामा भांजा कोट्स
46)मामा भांजे मिल बनाते, सारे वातावरण को खुशनुमा हर हाल
कदम दर कदम मिलते,मानों सप्तक में बजती मधुर कहरवा ताल|.
47)भांजा को मिले ऊँचे आसमां सा मान सम्मान,मामा चाहते हैं
उनकी इस दिली ख्वाहिश को पूरा करना,अपना फर्ज भांजे मानते हैं|
48)रक्षा बंधन से पहले माँ संग भांजे की, चहलकदमी बढ़ जाती है
मामा के स्वागत के लिए तैय्यारियाँ भी, दिल से बहुत की जाती है|
49)मामा बनने का अहसास, एक अलग सा अहसास हुआ करता है
सच पूछो तो,एक नयी जिम्मेदारी का, मन में उमंग भरा प्यार लिए होता है|
50)बिन मांगे कर दे जो मुराद पूरी,
वो होते है मामा डियर
भांजे के दिल के राज भी हैं जानते,
क्योंकि है वो ही सबसे नियर|
51)भांजे की गलतियों को भी,
हंस कर टाल देते हैं
ऐसा जिगर मामा का ही होता है,
नज़रंदाज़ वो कर देते हैं|
52)मामा के आने पर माँ के हाथों में,
और जादू सा पैदा हो जाता है
हर व्यंजन में स्वाद ही भांजे को
अलग और स्वादिष्ट साफ नज़र आता है|
53)भांजे को सुबह से ही होता इंतजार
मामा के आने की खबर सुन कर
पढाई से मिलेगी थोड़ी छुट्टी अब
जायेंगे घूमने सब मिलजुल कर|
54)भांजे के जन्म से ही मामा बन गए जिम्मेदार
दादी अक्सर माँ से यह कहती तारीफ करती है
उनकी बात रहे सदा खरी एकदम से
मामा की भी भरसक कोशिश रहती है|
55)कुछ खास मिठाई बनती है तभी
क्योंकि मामा आते ही है कभी कभी
माँ संग घर में सब उनका स्वागत करते हैं
भांजे भी उनकी सादगी पर बहुत नाज़ करते हैं|
56)हो जाता हूँ जब कभी भांजा नाराज
मामा अपने अंदाज़ में मना लेते हैं
माँ से ले सारी डिटेल्स समझ कर ही
फिर मामा बात समझ कर कहते हैं|
57)करता भांजा प्रभु का धन्यवाद
मिलें मामा के रूप में पथप्रदर्शक
मामा भी करते प्रणाम रब को बार बार
भांजा रख मान,मानता उन्हें अपना मार्गदर्शक|
58)जुबां रखना भांजे मीठी,
न काम करे शमशीर सी कभी भी
मामा का है दृढ विश्वास,
रिश्ते बिगड़ते सुधरते नहीं फिर कभी|
59)अच्छे विचार समाज में मान पाते हैं और पायेंगे
दूषित ख्यालातों से तो सब तुम से दूरी ही बनायेंगे
बनना सुगन्धित फूल की सी खुशबू,महकते जाओगे
भांजे ने ठीक है मामा,आपकी बात को हम आगे ही बढायेंगे||
60)बेसबब हो कभी भी उदास नहीं होना
कारण जानने का हरदम प्रयत्न ही करना
मामा ने दी अपने अनुभवों से सीख ऐसी
भांजे मान कर कोशिश जीत हासिल की वैसी|
मामा भांजा poetry
61)तुम में है भांजे,आफ़ताब का तेज ऐसा
महताब की शीतलता का, रखना ख्याल वैसा
स्वभाव की मधुरता, जीवन को सफल बनाती है
भांजे मामा की बात बांध गांठ,आचरण रखा वैसा|
62)ननिहाल से भांजे का, दिली लगाव होता ही है
सबसे प्यार दुलार का मिलना, तो लाजिमी भी है
मामा का लाड -मनुहार है होता ही बहुत ज्यादा
दिल इसीलिए वहां लगना भी एकदम स्वाभाविक है|
63)मामा का होले से कांधे पर हाथ रखना
भांजे का यूँ फिर जज्बाती हो बिखर जाना
छत के एक कोने में बैठ मिल सुनते परेशानी
मैं हूँ न,इस आश्वासन से सहज माहौल का होना|
64)भांजे को मामा अक्सर कहते सुन दास्ताँ
तेरे होने पर भांजे मैं खुश था बहुत हुआ
जीवन भर के लिए एक साथी से मिलना हुआ
बना रहे यह साथ भांजे ने भी की खुदा से दुआ|
65)जन्म के साथ ही बन जाते,सारे रिश्ते खुदबखुद
कौन छोटा कौन बड़ा,नहीं बता सकते हम अक्सर
मामा भांजे का जो एक प्यार,पनपता समय समय पर
माने कोई या न माने,दोनों का रिश्ता है सबसे उपर|
66)प्रकृति के अद्भुत नज़ारे बिखरें हैं हर ओर
शाम की सैर में तमाम बातें करते घूम कर सब ओर
पशु-पक्षी और कुदरत से है सबका ही सुंदर जीवन
मामा भांजे प्रर्यावरण के द्वारा समझे एक दूजे का मन|
67)होली के त्यौहार पर मचता खूब घर में हंगामा
सारे बच्चों की टोली के सरताज तो हैअपने ही मामा
नेचुरल तरीकों से बनते इन्द्रधनुषी होली के रंग ऐसे ऐसे
बहनज खेले तन्मयता से,मोहल्ले भर में सबसे वैसे वैसे|
68)भांजे के नन्हें नन्हें क़दमों से,आती घुंघरू की झंकार
मुग्ध हो निहारे मासूम चेहरा,मामा संग घर के रिश्तेदार
नाम परिवार का ऊँचा करेगा,दिखते अभी से सुंदर लक्ष्ण
मंद मंद मुस्कान से करते समर्थन,मामा भी देखें उसके सुलक्ष्ण|
69)आओ न आओ मेरे कान्हा,ओ माखनचोर
घर के हो तुम ही तो,बृज के वहीँ नंदकिशोर
मामा भांजे में देखें,अपने प्यारे गिरधर-गोपाल
भांजे में सदा मामा पाएं,अपने नन्द गोपाल|
70)सर्दी की कंपकपाहट को करने दूर,मामा जलाते अलाव
जीवन से कभी हारते नहीं,जीवन मे मिलेंगे ख़राब से पड़ाव
मामा ने पढ़ाया पाठ,बस जो हिम्मत से कर गया इनको पार
क्या पहाड़ क्या मैदान,सुनो भांजे,उसकी नैय्या होती उस पार|
71)कर सको तो करना मदद,अपेक्षाओं को रखना दरकिनार
दुनिया के रिवाज अनोखे है,समय पर काम नहीं सब आते यार
अपने दम पर जीने की आदत ही सबसे बड़ा होता है उपचार
भांजे ने मामा की बात को याद रख,किया वायदा खुद से हो बेक़रार\
72)दोस्तों को चाय पर मिलने बुलाते रहा करो
माँ पापा की छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा करो
भांजे को सफल जीवन बिताने के सिखाये मामा गुर
एकलव्य सा अनुयायी बन,ठानी बनने उनका गुरुर|
73)जीवन को बनाया जिसने खुशियों का कारोबार
मालामाल रहता हर पल,बनती जिन्दगी फिर शानदार
मामा भांजे को रहें बता,अपने अनुभव रहे जो जोरदार
दें रहे तसल्ली.नहीं होना परेशां कभी,मन से करना हर बार|
74)काश मामा एक कानून हो जाए ऐसा पास
रहूँ मैं जब चाहे मन तब तक आपके ही पास
भांजे ने की पढाई से हो तंग अपने दिल की बात
मामा ने बताया बिन पढ़े लिखे नहीं बनेगी बात|
75)इस महफ़िल-ए-जीवन में तन्हाई नहीं दिखती
मामा हो जब जिंदादिल जिन्दगी हसीं है लगती
थामे रहते है जब होते बेसबब से ख़राब हालात
भांजा वो खुशनसीब,जिसके मामा देते पूरा साथ|
मामा भांजा के लिए प्यार भरी कविताएँ
76)कभी कभी भांजा मामा से, दोस्त की तरह लड़ जाता है
बहस बाजी में गर्मागर्मी में, थोडा जोर से भी बोल जाता है
सच है गर,मामा ने कहा, धीमे से कही बात भी मानी जाएगी
भांजे ने माना,, सिर्फ बोलने से तो बात,नहीं कभी भी बन पाएगी|
77)माँ के दिल के पास मामा ही सदा रहते है
बात खरी सोने जैसी ही जो हमेशा ही कहते है
मुसीबत में जो गलती कहने का दम है रखता
भांजे है असली मित्र वही,कभी साथ नहीं वो छोड़ता|
78)परीक्षा के समय दिल उनका भी धक-धक कर जाता है
माँ की चहलकदमी में उनके क़दमों का साथ बना रहता है
माँ और मामा की तो बात निराली,पूरा पेपर फिर करवाते है
भांजे के बताये नम्बरों की गिनती, खुद करके ही चैन पाते है|
79)बहुत खुश मिजाज,कर्मठ है हमारे मामू जान
सौंप उन्हें जिम्मेदारी माँ को मिलता बहुत ही आराम
भांजे को साथ लगा कर जीवन के मूल्य सिखाते हैं
परिवार के हो तुम खेवनहार,काम करने का महत्त्व बताते हैं|
80)कई बार मामा माँ से भी,
ज्यादा कड़क बन जाते हैं
गलती पर जुबां से नहीं,
पर आँखों से सब कह जाते है
भांजा भी समझ जाता हुई आज
बड़ी कोई गलती जरुर
माफ़ी मांग फिर न दोहराने की कसम,
प्यार से खाता है|
81)यह है मेरी शान,
कह मेरा परिचय सबसे होता है
करेगा परिवार का नाम रोशन,
ऐसा उनका दिल कहता है
भांजे ने भी मन में कुछ ऐसा नायाब करने की
अब ठानी है
मामा के इतने बड़े मान का सम्मान
देने की जिद दिल ने मानी है|
82)जन्म से होता बड़ा देखना
मामा को अच्छा लगता है
भांजे को मामा की हर बात का मान रखना
अच्छा लगता है
माँ पापा देखते जब इतना आपसी लगाव
दोनों के बीच में
भविष्य को सोच उज्जवल,
दोनों को भी बहुत अच्छा लगता है|
83)मामा भांजे के रिश्ते में,
है अनमोल प्यार
दोनों मिलने को है रहते,
हर वक्त बेक़रार
कुदरत बनाते जो जन्म से
दिल के रिश्ते
उनमें एक जज्बात भरा रहता
है प्यार ही प्यार|
84)आज के दौर में उन घरों में,
हैं बहुत खुशनसीबी
परिवार में रिश्तों के बीच,
अगर बनी हुई आपसी करीबी
मामा भांजे का ऐसा ही एक अनोखा रिश्ता
हुआ है करता
दो परिवारों कोजोड़े रखने में भूमिका
जो है सदा निभाता|
85)धन्यवाद उस रब का,
जिन्होंने मुझे दिए मामा प्यारे
दुनिया में कहीं भी रहूँ चाहे,
आशीर्वाद मिलते उनके सारे
जीवन के हर पल पल में जो चाहते
कामयाबी खूब मिले
भांजे करते हो नतमस्तक दुआएं
हर जन्म में मामा यही मिले|
मामा भांजा पर शायरी एक बेहद सवेंदनशील जज्बा लिए होता है|मामा अपने भांजे और ठीक वैसे भांजे अपने मामा के लिए बहुत समर्पित भाव रखते हैं|पढ़िए जरुर मामा भांजा पर सुंदर रचनाएँ |COMMENT BOX में अपने विचार भी लिखिएगा|
रास्ता था लम्बा, मुश्किलें थी क्रूर
दिल में लेकिन मशाल जला कर चली आयी मैं इतनी दूर।